दोस्तों , IP Address के विषय में अगर आपको जानकारी नहीं है , और आप जानना चाहते हैं की ip address क्या है (what is a ip address) , तो अब आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है , क्योकि आज हम आपको बताने वाले है की आइपी एड्रेस क्या होता है (ip address kya hota hai)
एक सामान्य व्यक्ति को ip address के विषय में जानकारी रखना आवश्यक नही है , परन्तु हमारा उद्देश्य है की इन्टरनेट का उपयोग करने वाले और टेक्नोलॉजी के विषय में रूचि रखने वाले डिजिटल यूजर को इसकी जानकारी होनी चाहिए।
IP Address को पहले इसके नाम से ही समझते है , जैसा की आप देख रहे हैं की ip address में address शब्द का उपयोग हो रहा है इसका मतलब ये है की यह एक प्रकार का address यानि की एक पता होता है , और ip का अर्थ है Internet Protocol ,
अब इन शब्दों के अर्थ से तो ip address की पूरी जानकारी प्राप्त नहीं हो रही है , परन्तु इन शब्दों का अर्थ जानना आवश्यक था , अब हम आपको विस्तार से समझाते है की ip address क्या है फिर आप इन शब्दों के अर्थ को समझ पाएंगे।
सामान्य शब्दों में समझें तो यह कुछ इस प्रकार कार्य करता है की , जैसे आप किसी वेबसाइट से अपने लिए कुछ सामान आर्डर करते है तो उस सामान को आप तक पहुँचाने के लिए आपको उस वेबसाइट पर अपना पता दर्ज करना होता है , जिससे की आपका सामान आपके पास पहुँच जाता है। ठीक इसी प्रकार से,
जब हमारा डिवाइस ( मोबाइल या कंप्यूटर ) किसी लोकल नेटवर्क (local network) या इन्टरनेट से जुड़ता (connect) है तो internet protocol हमारे डिवाइस को उस नेटवर्क में अपनी पहचान स्थापित करने की अनुमति प्रदान करता है , और हमारे डिवाइस को एक ip प्रदान करता है जो कुछ इस 47.16.241.163 प्रकार का होता है।
जिससे की उस नेटवर्क से जुड़े अन्य डिवाइस के द्वारा हमारे डिवाइस की पहचान की जा सके और हमारे डिवाइस के साथ सुचना भेजी या प्राप्त की जा सके ।
जैसा की आप देख रहे हैं की ip address 47.16.241.163 चार भागों में दिखाई दे रहा है, जिसका प्रथम भाग (47) देश (Country) को , दूसरा भाग (16) राज्य (State) को , तीसरा भाग (241) यूजर के ISP को और चौथा भाग (163) डिवाइस की जानकारी देता है।
दोस्तों , IP Address का फुल फॉर्म Internet Protocol Address होता है।
Ip Address को समझने के बाद अब हम आपको बताएँगे की ip address कितने प्रकार के होते है , जिससे आप ip address को और विस्तार से समझ सकते है , तो आईये जानते है ip address के प्रकार को -
इस प्रकार से ip address चार प्रकार के होते हैं , तो अब हम इन सभी प्रकार के विषय मे जानते हैं।
वह ip address जो किसी डिवाइस के इन्टरनेट से जुड़ने पर ISP द्वारा उस डिवाइस को प्रदान किया जाता है , public ip address कहलाता है । public ip address आपके डिवाइस को दुनियाँ के अन्य डिवाइस से जुड़ने की अनुमति प्रदान करता है। इस ip address को इन्टरनेट पर आसानी से देखा जा सकता है ।
जैसे अभी आपका डिवाइस इन्टरनेट से कनेक्ट है तो इस समय आपके डिवाइस के पास एक public ip है , इसे आप यहाँ क्लिक करके देख सकते है ।
जब किसी सीमित क्षेत्र (Local Area) के नेटवर्क ( जैसे - स्कूल या ऑफिस इत्यादि ) में रखे कंप्यूटर या डिवाइस को एक दूसरे से जोड़ने के लिए राउटर का उपयोग करते है , तो वह राउटर उन कंप्यूटर या डिवाइसों की उस नेटवर्क में पहचान के लिए प्रत्येक कंप्यूटर और डिवाइस को एक ip address प्रदान (assign) करता है इस ip address को private ip address कहते हैं ।
किसी सीमित क्षेत्र ( Local Area ) नेटवर्क में जुड़े कंप्यूटर या डिवाइस के private ip address को सिर्फ उस नेटवर्क में जुड़े कंप्यूटर या डिवाइस ही देख सकते हैं।
Static का अर्थ होता है स्थिर , मतलब परिवर्तित (change) ना होने वाला। इस प्रकार से static ip address वह ip address होता है , जो बदलता नही है। किसी वेबसाइट को किसी सर्वर पर होस्ट करते समय उस hosting company द्वारा static ip address का उपयोग किया जाता है।
public ip address और private ip address दोनों कभी कभी static ip address होते हैं , public नेटवर्क यानी इन्टरनेट पर किसी कंप्यूटर या डिवाइस के public ip address को static ip address बनाने के लिए isp (internet service provider) को पैसे देने होते हैं।
वहीं जब किसी local area network में किसी कंप्यूटर या डिवाइस को राउटर से जोड़ने के लिए कभी - कभी उस कंप्यूटर या डिवाइस को स्वयं ही एक ip address देना पड़ता है , जो की static ip address होता है।
वह ip address जो हमेशा बदलता रहता है dynamic ip address कहलाता है। यह static ip address की तरह स्थिर नही रहता है।
जब कोई कंप्यूटर या कोई डिवाइस पब्लिक नेटवर्क या इंटरनेट पर किसी डिवाइस से कनेक्ट होता है तो , जो ip address उसे प्राप्त होता है , वह एक dynamic ip address कहलाता है।