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दोस्तों , आज इस ब्लॉग में हम जानेंगे की विशेषण किसे कहते हैं (visheshan kise kahate hain) , विशेषण की परिभाषा (visheshan ki paribhasha) एवं विशेषण के भेद (visheshan ke bhed) क्या होते हैं।
विशेषण , शब्द का अर्थ है विशेषता बताने वाला , अर्थात विशेषण का उपयोग किसी की विशेषता बताने के लिए किया जाता है , हिंदी भाषा में विशेषण का स्थान बेहद महत्वपूर्ण है।
विशेषण ऐसे शब्द होते हैं , जो किसी वाक्य में व्यक्ति , वस्तु अथवा स्थान की विशेषता को बताते हैं। जैसे -
जैसा की ऊपर दिये उदाहरण से स्पष्ट हो रहा है की पहले वाक्य में अच्छा शब्द व्यक्ति की विशेषता को अर्थात रमेश की विशेषता को प्रकट कर रहा है , तथा दुसरे वाक्य में मीठा शब्द सेव की विशेषता को बता रहा है , अर्थात ये दोनों शब्द ( अच्छा , मीठा) विशेषण शब्द है।
संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं।
अर्थात , किसी वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे शब्द जिनसे उस वाक्य के संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता (गुण , दोष , परिमाण इत्यादि) प्रकट होती है , उन शब्दों को विशेषण कहते हैं। जैसे -
विशेषण क्या है (vishseshan kya hai) अथवा विशेषण क्या होते हैं (visheshan kya hote hain) इसे अच्छे से समझने के लिए हम आपको ऐसे वाक्यों का उदाहरण दे रहे हैं , जिनमें विशेषण शब्द संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता को प्रकट कर रहे हैं।
उपरोक्त उदहारण में दिये गए वाक्यों में रेखांकित शब्द विशेषण हैं।
विशेषण को और विस्तार से समझाने के लिए तथा इसके विषय में और आधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए लोगों का ये सवाल रहता है की विशेषण के कितने भेद होते हैं (visheshan ke kitne bhed hote hain) अथवा विशेषण के प्रकार (visheshan kitne prakar ke hote hain)।
विशेषण के चार भेद होते हैं -
ऐसे विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा अथवा सर्वनाम के गुण , दोष , रंग इत्यादि के विषय में बताते हैं , उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं। आइये गुणवाचक विशेषण के उदाहरण (gunvachak visheshan ke udaharan) को देखते हैं। जैसे -
ऐसे विशेषण शब्द जिनसे किसी संज्ञा या सर्वनाम की मात्रा या नाप - तौल का पता चलता है , उन्हें परिमाण वाचक विशेषण कहते हैं। जैसे -
परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद होते हैं -
ऐसे परिमाण वाचक विशेषण जिनसे किसी संज्ञा या सर्वनाम के निश्चित परिमाण अर्थात निश्चित मात्रा या नाप - तौल का पता चलता है , उसे निश्चित परिमाण वाचक विशेषण कहते हैं। जैसे -
ऐसे परिमाणवाचक विशेषण जिनसे किसी संज्ञा या सर्वनाम के निश्चित मात्रा या नाप - तौल का पता नहीं चलता है , उन्हें अनिश्चित परिमाण वाचक विशेषण कहते हैं। जैसे -
ऐसे विशेषण शब्द जिनसे किसी संज्ञा या सर्वनाम के संख्या का पता चलता है , उन विशेषण शब्दों को संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। जैसे -
संख्यावाचक विशेषण के दो भेद होते हैं -
जिन संख्यावाचक विशेषण शब्दों से किसी वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम के निश्चित संख्या का पता चलता है , उन्हें निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। जैसे -
जिन संख्यावाचक विशेषण शब्दों से संज्ञा या सर्वनाम के निश्चित संख्या का पता नहीं चलता है , उन विशेषण शब्दों को अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। जैसे -
ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा शब्द से पहले आते हैं , और किसी विशेषण शब्द की तरह संज्ञा की विशेषता बताते हैं उन्हें सर्वनामिक विशेषण कहते हैं। जैसे -