Home. > Education: > Sarvnam Ki Paribhasha
दोस्तों , आज इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे की सर्वनाम की परिभाषा (sarvnam ki paribhasha) सर्वनाम के उदाहरण (sarvanam ke udaharan) और सर्वनाम के भेद (sarvanam ke bhed) क्या होते हैं । सर्वनाम किसे कहते हैं (sarvnam kise kahate hain) , ये जानने के लिए सबसे पहले हम जानेंगे की सर्वनाम शब्द का अर्थ क्या है।
सर्वनाम दो शब्दों सर्व और नाम से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है (सबका नाम) । अर्थात , सर्वनाम ऐसे शब्द होते हैं जो किसी भी व्यक्ति अथवा वस्तु के नाम के स्थान पर प्रयोग किये जा सकते हैं। जैसे - राम घर जा रहा है को यदि हम वह घर जा रहा है लिखते है तो इसका अर्थ है की हमने राम के स्थान पे वह शब्द का प्रयोग किया है यहाँ वह शब्द सर्वनाम है।
सर्वनाम शब्द संज्ञा शब्द के स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं ऊपर दिये उदाहरण (राम घर जा रहा है ) में राम एक संज्ञा शब्द है जिसके स्थान पे हमने वह सर्वनाम का प्रयोग किया है।
संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयोग किये जाने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं।
जैसे - मैं , तुम , वह , यह आदि शब्द जो किसी नाम अर्थात संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं इन्हें सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम शब्दों का उपयोग बातचीत को सरल और सुगम बनाने के लिए किये जाते हैं।
सर्वनाम किसे कहते हैं और सर्वनाम की परिभाषा को ठीक से समझने के लिए हम सर्वनाम शब्दों के प्रयोग वाले कुछ उदारण को देखेंगे।
उदाहरण |
सर्वनाम |
---|---|
वह पढ़ रहा है |
वह |
मैं सोने जा रहा हूँ |
मैं |
तुम दिल्ली रहते हो |
तुम |
यह बड़ा शहर है |
यह |
ये रमेश का घर है |
ये |
हम अनुज के दोस्त हैं |
हम |
ऊपर दिये गए उदहारण में सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किया गया है। जैसे - वह , मैं , तुम , यह , ये , हम
दोस्तों , उपयोगिता के आधार पे सर्वनाम के छः (6) भेद होते हैं -
ऐसे सर्वनाम शब्द जो उत्तम पुरुष (बोलने वाला अर्थात वक्ता) , मध्यम पुरुष (सुनने वाला अर्थात श्रोता) और अन्य पुरुष (जिसके विषय में वक्ता और श्रोता बात कर रहे हों) के लिए प्रयोग किये जाते हैं उन शब्दों को पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे - तुमने , मुझसे कहा की वह घुमने गया है।
उपर दिये उदहारण में उपयोग किये गए तीनो शब्द (तुमने , मुझसे और वह ) में तुमने - उत्तम पुरुष , मुझसे - मध्यम पुरुष और वह - अन्य पुरुष के लिए प्रयोग हुए हैं , अर्थात ये तीनो शब्द इस वाक्य में पुरुषवाचक सर्वनाम हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं
ऐसे सर्वनाम शब्द जिनसे किसी निश्चित वस्तु या स्थान के पास होने या दूर होने का बोध होता है उन सर्वनाम शब्दों को निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं । इस प्रकार के सर्वनाम शब्दों से निश्चित वस्तु या स्थान के निकटवर्ती या दूरवर्ती होने के भी संकेत मिलते हैं इस लिए इन सर्वनाम शब्दों को संकेतवाचक सर्वनाम भी कहते हैं।
जैसे - वह शहर बेहद पुराना है , यह घर मेरा है
जिन सर्वनाम शब्दों से किसी स्थान , व्यक्ति या वस्तु के निश्चित होने का बोध नहीं होता है उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। ऐसे वाक्यों में कोई , किसी , कभी जैसे शब्दों का प्रयोग होता है।
जैसे - कोई आप से कुछ बात करना चाहता है।
जिन सर्वनाम शब्दों से किसी व्यक्ति या वस्तु के संबंध को बताया जाता है , उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं । संबंधवाचक सर्वनाम वाक्य के दो शब्दों को जोड़ने का भी कार्य करता है ।
जैसे - जो परिश्रम करता है वह सफल होता है।
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी वाक्य में प्रश्न पूछने के लिए किया जाता हो , ऐसे शब्दों को प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। इस प्रकार के वाक्य में क्या , कोई , किसी इत्यादि शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
जैसे - तुम क्या जानते हो ? , वह कौन है ?
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता (प्रथम पुरुषवाचक सर्वनाम) द्वारा स्वयं के लिए किया जाता हो उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं जैसे - मैं अपना कार्य स्वयं करता हूँ।